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उस आईने में भाग : 8(अंतिम भाग)

नर्स कहती हैं -" हेलो आप कहां हैं? जल्दी से हॉस्पिटल आइए! मिस्टर साहिल।


साहिल हॉस्पिटल की तरफ दौड़ता हुआ जाने लगता है , और सुनैना की तरफ देख कर कहता है-"नर्स का कॉल था, मुझे अभी जल्दी से आने के लिए बोला है।और मुझे तुमसे बात भी करनी है ।"

सुनैना उसकी तरफ देखती है लेकिन कुछ बोलती नहीं है। साहिल सुनैना से पूछता है -" सुनैना अभी तुम कहां जा रही हो।"

सुनैना बिना कोई जवाब दिए ही वहां से गायब हो जाती है।

 और साहिल हॉस्पिटल की तरफ भागता है, और रूम के पास जा कर रूकता है। और नर्स से पूछता है -" क्या हुआ नर्स आपने मुझे फोन करके क्यों बुलाया "? 

तो नर्स कहती है -"आई एम सॉरी मिस्टर साहिल ! योर पेशेंट इज डेट, डिड यू नो? ही इज नो मोर !

 साहिल पूछता है -"व्हाट? पर यू ऐसे क्या हुआ अचानक से कैसे "? साहिल थोड़ा सा एक्टिंग करते हुए पूछता है।

 तभी डॉक्टर कहते हैं -"अचानक से इस तरह हार्टअटैक आना, यह तो मुझे भी समझ में नहीं आ रहा है! पता नहीं कैसे? पर हार्ट अटैक की वजह से ही पेशेंट की मौत हुई है।"

मिस्टर साहिल आप पेपर वर्क करके सुबह बॉडी ले जा सकते हैं, साहिल हां में सर हिलाता है और नर्स उससे कहती है सर आप इनके घर वालों को इन्फोर्मेशन दे दीजिए गा। और पेपर वर्क के लिए सुबह हॉस्पिटल आ जाइएगा। अभी आप अपने घर जा सकते हैं ।

और साहिल वहां से बाहर आता है, एक टैक्सी में बैठकर घर की तरफ निकल जाता है।

 और घर पहुंच कर साहिल बिना रूके हुए सीधे अपने वॉशरूम में जाता है, और हाथ मुंह धोता है। और आईने में देखकर सुनैना को सोचने लगता है और वैसे ही साहिल को सुनैना महसूस होती है और साहिल तुरंत आईने की तरह देख कर कहता है -"सुनैना क्या तुम यहां हो ?प्लीज! एक बार मुझसे बात तो करो सुनैना ?.

सुनैना उसके सामने आती है, और कहती है-" क्या हुआ क्या बात करनी है तुम्हें साहिल"?

 तो साहिल कहता है -"अब तो तुम खुश तो हो ना सुनैना? तुम्हारा बदला पूरा हो गया, मकान मालिक तो मर गया !अब तुम्हारा आगे का क्या प्लान है मैडम?"

 तो सुनैना साहिल की तरफ देखती है , और कहती है-" मेरा बदला पूरा हो गया , अब मुझे कुछ नहीं चाहिए ।

और इतना कहकर सुनैना उसी आईने मे जाने लगती है , साहिल कहता है -"रुको !मेरी बात तो सुनो सुनैना? सुनो तो एक मिनट।

 मगर सुनैना उसकी कोई बात नहीं सुनती, और अपने आईने में कहीं गायब हो जाती है। 

और साहिल कुछ देर तक आईने में ही देखता रहता है, और उसे के बाद जल्दी से फ्रेश होकर वॉशरूम से बाहर आ जाता है। और बिना कुछ खाए ही, सोने के लिए बेड पर बैठता है। 

और सुनैना के बारे में ही सोचता रहता हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ ? जो सुनैना मुझ से कोई बात क्यों नहीं कर रही? ना हीं मेरी बातों का कोई जवाब नहीं दे रही है ?

 साहिल को यह सब बातें बहुत अजीब लगती है। और वह थोड़ा सा परेशान हो जाता है , उसे कुछ तो खटकता है लेकिन सुबह से शाम तक की भाग दौड़ की वजह से इतना ज्यादा थका हुआ था। उसे कब नींद आ गई। पता ही नहीं चला।और वह जल्द ही सो जाता है ।

 सुबह उठकर साहिल जल्दी से हॉस्पिटल की तरफ निकलता है। हॉस्पिटल पहुंच कर साहिल वहां से पेपर वर्क करके मकान मालिक की बॉडी लेकर सीधा श्मशान घाट पहुंच जाता है और वहां पर पंडित से सारे क्रिया कर्म करवाने के बाद मकान मालिक की बॉडी को चिता पर लिटा कर जैसे ही पंडित चिता पर आग लगाते हैं तभी साहिल सुनैना को वही पर महसूस करता है और उसके मुंह से सुनैना निकलता है और साहिल सुनैना की आत्मा को उसी आग में जाता हुआ देखकर सोचता है या क्या दिख रहा है मुझे उसे कुछ समझ नहीं आता और वह जल्दी से घर आता है और वॉशरूम के दरवाजे को खोलकर जैसे ही उस आईने पर पर देखता है साहिल के पैरों तले जमीन खिसक जाती है वह देखता है उस आईने पर लिखा हुआ था मेरी मदद करने के लिए शुक्रिया साहिल और अब हम कभी नहीं मिल सकते मुझे मुक्ति दिलाने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया।

 अलविदा मेरे दोस्त।

साहिल को यह सब देख कर। सब कुछ समझ आ जाता है और सोचता है मकान मालिक की मरते ही सुनैना की आत्मा को मुक्ति मिल गई । चलो अच्छा है मैं किसी के काम तो आया और आईने की तरफ देखकर मुस्कुराता है और कहता है,

अलविदा सुनैना ।





समाप्त।।।

A.A

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3 Comments

Author Pawan saxena

13-Mar-2022 10:36 AM

बहुत अच्छी कहानी लगी , पढ़ कर मज़ा आया , उम्मीद है और भी कहानी आपसे पढ़ने को मिलेंगी लेखनी पर

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Seema Priyadarshini sahay

19-Jan-2022 06:22 PM

Nice story

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Arman Ansari

16-Jan-2022 10:12 AM

बहुत अच्छी कहानी थी mam आप की अगली कहानी कब आ तक आ रही है

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